
कर्ज़ से छुटकारा पाने का आसान तरीका: धीरे-धीरे कदम बढ़ाइए और आज़ादी पाइए
1. सबसे पहले समझिए कि आपका कर्ज़ कितना है
A. कर्ज़ कितने तरह के होते हैं?

- सुरक्षित कर्ज़ – जब आप लोन के बदले कुछ गिरवी रखते हैं, जैसे घर या गाड़ी। अगर आप पैसे नहीं चुकाते, तो वो चीज़ बैंक ले सकता है।
- असुरक्षित कर्ज़ – इसमें कोई चीज़ गिरवी नहीं होती। जैसे क्रेडिट कार्ड का उधार।
- क्रेडिट कार्ड वाला कर्ज़ – आप जितना खर्च करते हैं, उतना हर महीने चुकाते हैं। नहीं चुकाया तो ब्याज बढ़ता है।
- किस्तों वाला कर्ज़ – जैसे घर या गाड़ी का लोन, जिसे हर महीने थोड़ा-थोड़ा करके चुकाना होता है।
B. जानिए आप पर कितना कुल कर्ज़ है

- सब कर्ज़ों की लिस्ट बनाइए – कितने पैसे बाकी हैं और हर महीने कितना देना होता है।
- हर महीने कितना किस्त जा रही है, उसका जोड़ लगाइए।
- जिस कर्ज़ पर सबसे ज्यादा ब्याज है, उसे पहले चुकाइए।
C. कर्ज़ का असर आपकी ज़िंदगी पर

- क्रेडिट स्कोर (यानी आपकी उधार चुकाने की इज़्ज़त) खराब हो सकता है।
- तनाव बढ़ता है, नींद नहीं आती, झगड़े होते हैं।
- पैसे बचाना मुश्किल हो जाता है – जैसे घर खरीदना, बच्चों की पढ़ाई, बुढ़ापे के लिए बचत।
2. बजट बनाना – यानी पैसों की सही गिनती रखना
A. अपनी कमाई और खर्च लिखिए

- कहां से पैसा आता है? (जैसे नौकरी, छोटा-मोटा काम)
- क्या खर्च पक्के हैं? (जैसे किराया, बिजली), और क्या बदलते रहते हैं? (जैसे खाना, घूमना)
- मोबाइल ऐप या कागज़ पर सब लिखिए।
B. छोटे और बड़े लक्ष्य बनाइए

- छोटे लक्ष्य – जैसे इस महीने क्रेडिट कार्ड का थोड़ा कर्ज़ चुकाना।
- बड़े लक्ष्य – जैसे छुट्टी के लिए पैसे जोड़ना।
- बीच में हालात बदले तो लक्ष्य भी बदल सकते हैं, कोई बात नहीं।
C. हर महीने कर्ज़ चुकाने के लिए कितना पैसा निकाल सकते हैं?

- खर्च घटाकर जो पैसा बचता है, वो कर्ज़ चुकाने में लगाइए।
- बोनस, गिफ्ट, टैक्स रिफंड – जो भी एक्स्ट्रा पैसा मिले, उसे कर्ज़ में लगाइए।
- एक कैलेंडर बनाइए – कौन-से दिन किस कर्ज़ की किस्त देनी है।
3. कर्ज़ चुकाने के तरीके
A. स्नोबॉल तरीका – छोटे कर्ज़ पहले चुकाइए

- जल्दी-जल्दी जीत मिलेगी, मन खुश रहेगा।
- फिर धीरे-धीरे बड़े कर्ज़ भी निपटेंगे।
B. एवलांच तरीका – सबसे महंगे ब्याज वाले कर्ज़ को पहले चुकाइए
- इससे पैसे बचेंगे, लेकिन नतीजे धीरे दिखेंगे।
C. सब कर्ज़ मिलाकर एक ही कर्ज़ बना लीजिए
- पर्सनल लोन से पुराने सारे कर्ज़ चुकाइए।
- क्रेडिट कार्ड बैलेंस ट्रांसफर से सस्ता ब्याज पाइए।
- घर गिरवी रखकर लोन लेना – लेकिन सावधान! नहीं चुका पाए तो घर जा सकता है।
4. कमाई बढ़ाने की कोशिश करें
A. अपनी नौकरी में
- ओवरटाइम करें
- प्रमोशन की बात करें
- फ्रीलांस काम करें – जैसे डिजाइन, टाइपिंग, मोबाइल ठीक करना
B. छोटा-मोटा काम
- Uber, Zomato, Swiggy जैसी जगह काम करें
- ऑनलाइन साइट्स पर काम करें (जैसे Fiverr)
- घर से बैठकर काम करें – जैसे ट्यूटर, कॉल सेंटर
C. पुराने सामान बेचें
- घर की सफाई करें, जो चीज़ें काम की नहीं वो बेचें
- OLX या Facebook पर बेचें
- गली-मोहल्ले में छोटी दुकान या सेल लगाएं
5. मन बना कर चलते रहिए
A. मोटिवेशन बनाए रखें
- जब एक कर्ज़ चुक जाए तो छोटी खुशी मनाइए
- परिवार या दोस्तों से बात करें
- कर्ज़ घटने का चार्ट बनाइए – रोज़ देखिए
B. कुछ आम गलती न करें
- ज़रूरत से ज़्यादा चीज़ें न खरीदें
- फिर से नया कर्ज़ मत लीजिए
- अपने लक्ष्य भूलिए मत
C. आपातकाल के लिए पैसे बचाइए
- ताकि अचानक ज़रूरत पड़े तो उधार न लेना पड़े
- हर महीने थोड़ा-थोड़ा बचाइए
आख़िर में
थोड़ा-थोड़ा करके ही सही, लेकिन शुरुआत करें।
हर महीना कर्ज़ थोड़ा घटेगा, और आप आज़ाद महसूस करेंगे।
आप ये कर सकते हैं। आज से शुरुआत कीजिए!
